Wednesday, July 29, 2020

नई शिक्षा नीति से हम विश्व पर राज करेंगे

नई शिक्षा नीति से हम विश्व पर राज करेंगे 

#nep_2020 में लिखा है

NEP to follow three-language formulae, Sanskrit to be mainstreamed

Sanskrit will be mainstreamed with strong offerings in school - including as one of the language options in the three-language formula - as well as in higher education. Sanskrit Universities too will move towards becoming large multidisciplinary institutions of higher learning.

यानी संस्कृत का महत्व बढेगा !!

संस्कृत का महत्व बढ़ना क्यों जरुरी है ? 

पहली और सामान्य सी लगने वाली बात यह कि हम संस्कृत पढ़ेंगे तो हिंदु संस्कृति के ग्रंथ पढेंगे

आप सोचेंगे यह तो सांप्रदायिकता हो गई
अल्पसंख्यकों का महत्व कम किया जा रहा है ! ! 

लेकिन यह सच नहीं है

सच यह है कि आप संस्कृत पढ़ेंगे तो जानेंगे हमारा विज्ञान पश्चिम से बहुत आगे था।

उदाहरण के तौर पर संस्कृत पढ़ने पर आपको पता चलेगा कि  प्राचीन भारत के प्रसिद्ध गणितज्ञ भास्कराचार्य (1114 –1185) ने अपने मुख्य ग्रन्थ *सिद्धान्त शिरोमणि*  कहा है-

*आकृष्टिशक्तिश्चमहि तया यत् खस्थं गुरूं स्वाभिमुखं स्वशक्त्या ।*

*आकृष्यते तत् पततीव भाति समे समन्तात् क्व पतत्वियं खे ।।*

– सिद्धान्त० भुवन० १६

अर्थात – पृथ्वी में आकर्षण शक्ति है जिसके कारण वह ऊपरकी भारी वस्तु को अपनी ओर खींच लेती है । वह वस्तु पृथ्वी पर गिरती हुई सी लगती है । पृथ्वी स्वयं सूर्य आदि के आकर्षण से रुकी हुई है,अतः वह निराधारआकाश में स्थित है तथा अपने स्थान से हटती नहीं है और न गिरती है । वह अपनी कील पर घूमती है।

लेकिन हमें क्या पढ़ाया जाता है
गुरुत्वाकर्षण का सिद्धान्त न्यूटन (1642-1726) ने दिया। जो भास्कराचार्य के 500 साल बाद पैदा हुआ ।

उदाहरण और भी हैं लेकिन 

कहा जाएगा पुरानी बात छोङो आज की बात करो

तो लीजिए एक बङा महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि

पाणिनि के संस्कृत व्याकरण पर सबसे ज्यादा शोध और अध्ययन अमेरिका में हो रहा है।
क्यों हो रहा है ? अमेरिका को इसकी जरुरत क्यों पङ गई ? 
जवाब है 
विश्व की मौजूदा भाषाओं में से संस्कृत के अलावाकोई भी भाषा इतनी वैज्ञानिक नहीं है कि उसमें कम्प्यूटर  प्रोग्रामिंग की जा सके।

अब हम संस्कृत नहीं सीखेंगे और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग संस्कृत में होगी तो हम कहाँ जाएंगे ।

कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग की भाषा हमारी होगी तो
विश्व पर हम राज करेंगे !


 

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